### नवरात्रि क्या है? इसमें क्या होता है?





नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के लिए मनाया जाता है। "नवरात्रि" शब्द का अर्थ है "नौ रातें," और यह त्योहार वास्तव में नौ दिनों तक चलता है। नवरात्रि के दौरान, भक्त देवी दुर्गा की पूजा करते हैं और विभिन्न प्रकार की धार्मिक गतिविधियों में भाग लेते हैं। आइए जानें कि नवरात्रि क्या है और इसमें क्या-क्या होता है।


#### **नवरात्रि का महत्व**


नवरात्रि का त्योहार देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना के लिए समर्पित है। इसे शक्ति की पूजा का पर्व भी कहा जाता है, क्योंकि देवी दुर्गा को शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इस त्योहार के दौरान, भक्त देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए उपवास रखते हैं, मंत्रों का जाप करते हैं और दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं।


**नवरात्रि कब और कैसे मनाई जाती है?


नवरात्रि वर्ष में दो बार मनाई जाती है – एक बार चैत्र महीने (मार्च-अप्रैल) में जिसे चैत्र नवरात्रि कहा जाता है, और दूसरी बार आश्विन महीने (सितंबर-अक्टूबर) में जिसे शारदीय नवरात्रि कहा जाता है। दोनों ही नवरात्रियों का महत्व समान होता है, लेकिन शारदीय नवरात्रि अधिक प्रसिद्ध है और इसे अधिक धूमधाम से मनाया जाता है।


#### **नवरात्रि के नौ दिन और देवी के नौ रूप


नवरात्रि के नौ दिन देवी के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा के लिए समर्पित होते हैं:


1. **पहला दिन

– देवी शैलपुत्री की पूजा।

2. **दूसरा दिन

 – देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा।

3. **तीसरा दिन

 – देवी चंद्रघंटा की पूजा।

4. **चौथा दिन

– देवी कूष्मांडा की पूजा।

5. **पाँचवा दिन

– देवी स्कंदमाता की पूजा।

6. **छठा दिन

– देवी कात्यायनी की पूजा।

7. **सातवाँ दिन

– देवी कालरात्रि की पूजा।

8. **आठवाँ दिन

– देवी महागौरी की पूजा।

9. **नौवाँ दिन

 – देवी सिद्धिदात्री की पूजा।


प्रत्येक दिन देवी के अलग-अलग रूपों की आराधना और भक्ति की जाती है। 


 **नवरात्रि में क्या होता है?


1. **पूजा और हवन

 नवरात्रि के दौरान भक्त अपने घरों में कलश स्थापना करते हैं और प्रतिदिन देवी दुर्गा की पूजा करते हैं। हवन और दुर्गा सप्तशती का पाठ भी इस दौरान किया जाता है।


2. **गरबा और डांडिया

 विशेष रूप से गुजरात और महाराष्ट्र में नवरात्रि के दौरान गरबा और डांडिया का आयोजन होता है। लोग रंग-बिरंगे कपड़े पहनकर देवी की आराधना में नृत्य करते हैं। 


3. **व्रत

नवरात्रि के दौरान भक्त देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए व्रत रखते हैं। कुछ लोग नौ दिनों तक केवल फलाहार करते हैं, जबकि कुछ लोग अन्न का सेवन नहीं करते।


4. **कन्या पूजन

 नवरात्रि के अंतिम दिन कन्या पूजन का आयोजन किया जाता है। इस दौरान नौ कन्याओं को भोजन कराया जाता है और उन्हें उपहार दिए जाते हैं, क्योंकि उन्हें देवी के नौ रूपों का प्रतीक माना जाता है।


5. **रावण दहन

: शारदीय नवरात्रि के दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है, जिसे विजयादशमी भी कहते हैं। इस दिन भगवान राम की रावण पर विजय के रूप में रावण दहन का आयोजन होता है।


**नवरात्रि का आध्यात्मिक महत्व


नवरात्रि केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि यह आत्मशुद्धि और आत्मनिरीक्षण का भी पर्व है। नौ दिनों के इस पर्व में, भक्त अपने भीतर की नकारात्मकताओं को दूर करने का प्रयास करते हैं और अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करते हैं। 


**उपसंहार



नवरात्रि एक ऐसा पर्व है जो भक्ति, श्रद्धा और आध्यात्मिकता से भरा होता है। यह पर्व हमें शक्ति की देवी दुर्गा की उपासना करने और जीवन में सकारात्मकता लाने का अवसर प्रदान करता है। नवरात्रि के दौरान किए जाने वाले विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और रीति-रिवाज हमें हमारी संस्कृति और परंपराओं से जोड़ते हैं। 


इस नवरात्रि, देवी दुर्गा की आराधना करें, और अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करें।


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इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से, आप नवरात्रि के महत्व, रीति-रिवाज और इसके दौरान की जाने वाली गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं

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